शनिवार, 25 दिसंबर 2010

!! प्याजनामा-4 !!

*********** !! प्याजनामा-4 !!***********
सड़क किनारे एक भिखारी,किसी द्वारा फेंके गए सड़े-गले "प्याज" से "बासी रोटी" खा रहा था.तभी वहां से चमचमाती गाडी में एक 'नेताजी' अपने चमचों के साथ गुजर रहे थे,भिखारी के पास रुके और उसे "प्याज" से रोटी खाते देख खुश हो गए.मूंछों पर ताव देकर अपने चमचों से बोले 'देखो हमने देश से गरीबी मिटा दी.एक भिखारी भी "प्याज" से ...रोटी खा रहा है.कौन कहता है देश में गरीबी है.?'
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!! प्याजनामा-3 !!

********** !! प्याजनामा-3 !! **********
'' दुनिया के सारे मसखरे
कम हैं आज
हमें हंसाने के लिए,
एक ''प्याज'' 
अकेला ही है काफी
हमें रुलाने के लिए !!"
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!! प्याजनामा -2 !!

**********!! प्याजनामा -2 !!********** 
"" प्याज बोला इन्सां से
तू क्या छीले मोहे,
'सरकार' की महरबानी से
अब मैं छीलूंगा तोहें !""
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!! प्याजनामा-1!!

****** !! प्याजनामा-1!!******
आज-कल 'प्याज'
जो हमसे है नाराज़,
यूँ बोला मुझसे आज-
'' अबे इंसान की औलाद 
तू रोज़ मुझे                                                                         
 काटता है,
सब्जियों में डाल कर 
खाता है,
और
चटनी बना कर 
चाटता है.
अब देख
तेरा जेब मैं काटूंगा ,
और
तुझसे दूर रह कर भी
तेरी आँखों में
पानी ला दुंगा !! ''
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