tag:blogger.com,1999:blog-2775810445168861141.post6745262786176288258..comments2023-09-23T19:34:18.275+05:30Comments on अशोक पुनमिया का ब्लॉग: -- मुक्तिका --अशोक पुनमियाhttp://www.blogger.com/profile/15974447787475823514noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2775810445168861141.post-38216711626983572242011-06-10T20:12:22.071+05:302011-06-10T20:12:22.071+05:30रिश्तों पर लिखी बेहतरीन रचना किसी ने कहा है -अपनों...रिश्तों पर लिखी बेहतरीन रचना किसी ने कहा है -अपनों का वो सलूक देख रहा हूँ जो ना करे बेगाना भी ..और दिल के रिश्तों से गिर जाती हैं सब दीवारें /दिल के रिश्तों को ही दीवार कहा जाता है .एक टूटा सा ख्याल जन्म रहा है ..मैं तो अपने आप का भी न बन सका /किसे अपना कह कर पुकारूं अब ए दोस्त. धन्यवादrafathttps://www.blogger.com/profile/17913615512440685516noreply@blogger.com