सोमवार, 14 फ़रवरी 2011
शनिवार, 12 फ़रवरी 2011
बुधवार, 2 फ़रवरी 2011
!! मुक्तिका !!
****** !! मुक्तिका !! *****
मज़बूरी है,लाचारी है,जंग जिंदगी की ज़ारी है !मिले जीत या हार मिले,अपनी पूरी तैयारी है !
देखता रहा जो 'कटते' मुझकोकल 'उसकी' भी बारी है !कछुए सा जो है चल रहा ,ज़रूर काम कोई 'सरकारी' है !मीठा गटक,कडवा 'थू' कर,कहती यही दुनियादारी है !*****************
मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011
!! मुक्तिका !!
****** !! मुक्तिका !! *****
जिंदगी का ये हाल है,कदम-कदम पर इक सवाल है,मरना भी मुमकिन नहीं -जीना भी अब मुहाल है !
चेहरों की रंगत का सच,गाल थप्पड़ से लाल है !गरीब खाए भी तो क्या ?दूर उससे रोटी-दाल है !
मार्च तक कम होगी 'महंगाई'दिल बहलाने को अच्छा ख्याल है !
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