'अफज़ल' को फांसी दी तो
'कश्मीर' जल जाएगा,
'कसाब' को 'लटकाया' तो
'पडोसी' रूठ जाएगा..... !
और 'आतंकवाद' को
कुचल दिया तो
'वोट-बेंक' टूट जाएगा !!
बहुत संकट में है
'बेचारे' 'हुक्मरान',
'कुर्सी' की खातिर
बेच खा रहे
अपना धर्म-ईमान !!
लेकिन
बकरे की माँ
आखिर कब तक
खैर मनाएगी....... ,
एक दिन तो
'गद्दारों' की
पोल ज़रूर ही
खुल जायेगी.....!
तब 'देशद्रोही-कातिल'
ज़रूर 'लटकाए' जायेंगे,
और
उनके 'सरपरस्त'
'कुर्सियों' से उठा कर
इतिहास के कूड़ेदान में
फेंक दिए जायेंगे !!
और तभी,
कातिलों के हाथों
मारे गए,
इस देश के
तमाम बेकसूर
देशवासी,
सच्ची श्रद्धांजलि
पायेंगे....!!!
******** !! जय हिंद!! ********
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें